पिक्सल वीव मोनालिसा: परंपरा और डिजिटल कला का संगम

इगुसा घास से बनी मोनालिसा: जापानी शिल्प और आधुनिकता की नई व्याख्या

जापान की पारंपरिक इगुसा संस्कृति के संरक्षण की आवश्यकता ने डिजाइनर हाना मित्सुई को एक अभिनव दिशा में प्रेरित किया। बदलती जीवनशैली के कारण इगुसा घास की मांग में भारी गिरावट आई है, जिससे इसकी खेती अब अपने चरम समय के केवल बीसवें हिस्से पर सिमट गई है। इस सांस्कृतिक विरासत को जीवित रखने के लिए, हाना मित्सुई ने इगुसा को समकालीन संदर्भ में प्रस्तुत करते हुए पारंपरिक शिल्प और डिजिटल सौंदर्यशास्त्र के बीच एक सेतु का निर्माण किया।

पिक्सल वीव मोनालिसा एक ऐसा कालीन है, जिसमें पारंपरिक जापानी ततामी बुनाई को आधुनिक डिजिटल छवि की पिक्सल ग्रिड से जोड़ा गया है। हाना मित्सुई ने देखा कि ततामी के ज्यामितीय पैटर्न और डिजिटल पिक्सल ग्रिड में अद्भुत समानता है। इसी प्रेरणा से उन्होंने इगुसा घास की प्राकृतिक रंगतों को मिलाकर एक नई बुनाई तकनीक विकसित की, जिससे विश्वविख्यात मोनालिसा का चित्रण पिक्सल जैसे प्रभाव के साथ उभरता है। यह डिज़ाइन न केवल जापानी जीवन के परिचित ततामी को नई दृष्टि से प्रस्तुत करता है, बल्कि साधारण सामग्रियों में छिपी कलात्मकता और गहराई को भी उजागर करता है।

इस कृति का निर्माण जापान में ततामी और गोज़ा मैट्स बुनने वाली विशेष मशीनों की सहायता से किया गया। इगुसा के लिए बने अनूठे करघों का उपयोग करते हुए, हाना मित्सुई ने मोनालिसा की पिक्सलित छवि तैयार की और शिल्पकारों के साथ मिलकर उसे बुनाई संरचना में बदला। पैटर्न को कई बार समायोजित करने के बाद, करघे को प्रोग्राम किया गया। चूंकि इगुसा रंग को अवशोषित नहीं करता, इसलिए तैयार कृति पर रंगों को स्थिर करने के लिए कोटिंग की गई। इस पूरी प्रक्रिया में शिल्प और नवाचार का गहरा समन्वय दिखाई देता है।

पिक्सल वीव मोनालिसा की विशेषता इसकी दृश्य और स्पर्शनीय द्वैतता में है। नजदीक से देखने पर यह रंगीन वर्गों का अमूर्त संयोजन प्रतीत होता है, जबकि दूर से देखने पर मोनालिसा की छवि स्पष्ट रूप से उभरती है। यह कालीन न केवल फर्श पर बिछाने के लिए उपयुक्त है, बल्कि दीवार पर सजावटी कला के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसकी प्राकृतिक बनावट और सुगंध पारंपरिकता और आधुनिकता का सुंदर मेल प्रस्तुत करती है।

इस परियोजना की शुरुआत फुकुओका, जापान में सितंबर 2024 में हुई और दिसंबर 2024 में पूरी हुई। इसे टोक्यो में आयोजित DESIGNTIDE TOKYO जैसे प्रमुख डिजाइन इवेंट में प्रदर्शित किया गया, जहाँ इसने पारंपरिक शिल्प को नई दृष्टि से देखने के लिए दर्शकों को प्रेरित किया।

रंगीन इगुसा मैट्स और काकेगावा-ओरी तकनीक पर आधारित यह डिज़ाइन जापान की दुर्लभ और लुप्तप्राय परंपरा को पुनर्जीवित करने का प्रयास है। हाना मित्सुई ने मोनालिसा जैसी सार्वभौमिक छवि को चुना, ताकि यह तकनीक अधिक से अधिक लोगों तक पहुँच सके। इस परियोजना ने प्रदर्शनी में दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया और पारंपरिक शिल्प को समकालीन दृष्टिकोण से जोड़ने की नई संभावनाएँ प्रस्तुत कीं।

पिक्सल वीव मोनालिसा को 2025 में प्रतिष्ठित ए' डिजाइन अवार्ड में ब्रॉन्ज पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन डिज़ाइनों को दिया जाता है, जो कला, विज्ञान, डिज़ाइन और तकनीक में उत्कृष्टता और नवाचार का परिचय देते हैं, और जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए महत्वपूर्ण योगदान करते हैं।


परियोजना का विवरण और श्रेय

परियोजना के डिज़ाइनर: Hana Suzuki
छवि के श्रेय: [ Image#1,2,3,4 and 5 : Photographer:Naoaki Yokota]
परियोजना टीम के सदस्य: Hana Suzuki
परियोजना का नाम: Pixel Weave Monalisa
परियोजना का ग्राहक: Hana Material Design Laboratory inc.


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