बिशान बुकस्टोर की प्रेरणा वांग परिवार के क़िताई हॉल से मिली, जो चिंग राजवंश के जियाकिंग काल में, लगभग 230 वर्ष पूर्व निर्मित हुआ था। इस ऐतिहासिक स्थल को नयी ऊर्जा देने का उद्देश्य केवल व्यावसायिक लाभ नहीं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में पढ़ने की संस्कृति को पुनर्जीवित करना था। लिब्रैरी अवां गार्डे ने इस पहल के माध्यम से उन इलाकों में भी ज्ञान का दीप जलाने का प्रयास किया, जहाँ पुस्तकें और पढ़ाई की सुविधा दुर्लभ है।
इस डिजाइन की सबसे बड़ी विशेषता इसका संतुलित दृष्टिकोण है, जिसमें ऐतिहासिक विरासत और आधुनिक आवश्यकताओं के बीच सामंजस्य स्थापित किया गया है। बिशान बुकस्टोर के लिए स्पष्ट व्यापारिक रणनीति और समय के साथ बदलती उपभोक्ता आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए योजना बनाई गई। यदि अत्यधिक संरक्षण के कारण इसका विकास बाधित होता, तो यह स्थान केवल एक प्रदर्शनी बनकर रह जाता, और इसकी सांस्कृतिक उपयोगिता समाप्त हो जाती।
आंतरिक सज्जा में प्रकृति की भाषा को अपनाया गया है। लकड़ी, बांस और पत्थर जैसे प्राकृतिक तत्वों का उपयोग किया गया, जिससे स्थान में प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यावरण के साथ सामंजस्य महसूस होता है। बुककेस की दीवार के लिए नवीन श्वेत रैम्ड अर्थ (दबाई गई मिट्टी) सामग्री का उपयोग किया गया, जो भवन की बाहरी दीवारों में भी प्रयुक्त होती है। यह नवाचार पारंपरिक शिल्प और आधुनिक तकनीक का अनूठा मेल प्रस्तुत करता है।
डिजाइन का मुख्य आकर्षण बुककेस की दीवार है, जिसे सीमेंट बोर्ड से निर्मित किया गया है ताकि नमी से पुस्तकें सुरक्षित रहें। इसकी प्रेरणा चीनी चित्रकला की स्क्रीन से ली गई है, जिसमें तीन स्क्रीन के मध्य क्षेत्र को साहित्यिक गतिविधियों के लिए समर्पित किया गया है। यह संरचना दर्शकों की दृष्टि को केंद्र की ओर आकर्षित करती है, जिससे सांस्कृतिक संवाद को बढ़ावा मिलता है।
परियोजना के दौरान सबसे बड़ी चुनौती थी—इतिहास और आधुनिकता के बीच संतुलन साधना। विरासत संरक्षित भवन की मूल पहचान को सुरक्षित रखते हुए, उसे समकालीन समाज की आवश्यकताओं के अनुरूप ढालना एक जटिल कार्य था। बिशान बुकस्टोर का नवीनीकरण लोगों को इस ऐतिहासिक स्थल से दोबारा जोड़ने, सांस्कृतिक पहचान को सुदृढ़ करने और आर्थिक-सामाजिक मूल्यों के साथ सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने का माध्यम बन गया है।
बिशान बुकस्टोर, 420 वर्ग मीटर में फैला, ग्रामीण सांस्कृतिक नवाचार का उत्कृष्ट उदाहरण है। इसे 2025 में गोल्डन ए' डिजाइन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया, जो इसकी उत्कृष्टता, नवाचार और वैश्विक प्रभाव को दर्शाता है। यह परियोजना दिखाती है कि कैसे पारंपरिक विरासत को आधुनिक सोच और तकनीक के साथ जोड़कर, ग्रामीण समाज में सांस्कृतिक जागरूकता और सामुदायिक भावना को पुनर्जीवित किया जा सकता है।
परियोजना के डिज़ाइनर: Zhao Yunhai
छवि के श्रेय: Image #1:Photographer YunHai Zhao,Designer,2025.
Image #2:Photographer YunHai Zhao,Designer,2025.
Image #3:Photographer YunHai Zhao,Designer,2025.
Image #4:Photographer YunHai Zhao,Designer,2025.
Image #5:Photographer YunHai Zhao,Designer,2025.
परियोजना टीम के सदस्य: Yunhai Zhao
परियोजना का नाम: Bishan
परियोजना का ग्राहक: Yunhai Zhao